Skip to main content

जयपुर में डिलीवरी के महज 5 घंटे बाद कोरोना पॉजिटिव मां की मौत, अब 2 दिन की बच्ची परिवार के साथ क्वारैंटाइन

राजस्थान में कोरोना ने एक नवजात से मां को छीन लिया। बच्ची का जन्म रविवारको जयपुर के एक निजी अस्पताल मेंहुआ, लेकिन इसके 5 घंटे बाद ही उसकी मां की मौत हो गई। अगले दिन महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। अब दो दिन की बच्ची को परिवार के साथ क्वारैंटाइन किया गया है। घटनाक्रम में पिता की बेबसी कुछ ऐसी रही किसोमवार शाम को पत्नी को दफनाने के बाद उसने घर से दूध लाकर भूख से बिलख रही बच्ची को पिलाया।

बच्ची के पिता शफीक ने नम आंखों के साथभास्कर के रिपोर्टर इमरान खान से कहा, ''7 महीने पहले की ही तो बात है। उसने जब पहली दफा बताया था- गुड न्यूज आने वाली है। किलकारियों का सोच कर ही मन नाच उठा था। पहली औलाद की खुशी पत्नी राणो की आंखों में साफ चमकने लगी थी। सार-संभाल में वक्त बीता तो डॉक्टरों ने बताया कि अप्रैल के चौथे हफ्ते यानी रमजान के पाक माह में ही खुदा की नेमत बरसेगी। राणो हर दिन अल्लाह का शुक्र मनातीं। 25 अप्रैल की रात को उसे दर्द उठा तो अस्पताल ले आए।''

'गोद में बच्ची थी और सामने बीवी की लाश'

''पहली औलाद और उस पर कोरोना के बीच मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था। इसीलिए हैसियत से ऊपर प्राइवेट अस्पताल में डिलीवरी करवाने की सोची। 26 अप्रैलकी सुबह किलकारी गूंजी तो भी शुक्र जुबां पर ही थी, मगर तकदीर में शायद कुछ और ही लिखा था। राणो की तबीयत बिगड़ी और उसका शरीर ठंडा पड़ने लगा। इस पर उसे सरकारी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने कहा- अब वो नहीं रही। सिर पर पहाड़-सा टूट गया। गोद में बच्ची थी और सामने बीवी की लाश। सोचा- अल्लाह मेरे साथ ही ऐसा क्यों? 27 की दोपहर पुलिस का फोन आया कि राणो कोरोना संक्रमित थी। डर और बढ़ गया। बच्ची परिवार के साथ क्वारैंटाइन है। सोमवार शाम को राणो को दफनाने के बाद घर से दूध लाकर भूख से बिलख रही बच्ची को पिलाया। कोरोना के बुरे साए ने मेरी बच्ची के सिर से उसकी मां की छांव छीन ली। अब अल्लाह से मासूम की सलामती की दुआ ही कर रहा हूं।''



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
बच्ची के पिता ने कहा- कोरोना के बुरे साए ने मेरी बच्ची के सिर से उसकी मां की छांव छीन ली, अब अल्लाह से मासूम की सलामती की दुआ ही कर रहा हूं।


from Dainik Bhaskar /local/rajasthan/jaipur/news/corona-positive-mother-dies-just-5-hours-after-delivery-in-jaipur-quarantine-now-with-2-day-old-baby-family-127255315.html
via IFTTT

Comments

Popular posts from this blog

86 नए पॉजिटिव केस मिले, कुवैत से शव नहीं आ पाया तो पुराने कपड़ों से शव बनाकर दाह संस्कार किया, ताकि राख तो नसीब हो

राजस्थान में गुरुवार को 86 नए पॉजिटिव केस सामने आए। जिसमें जोधपुर में 59, जयपुर में 14, अजमेर में 4, चित्तौड़गढ़ में 3, टोंक और कोटा में 2-2, धौलपुर और अलवर में 1-1 संक्रमित मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 2524 पहुंच गया। इसके साथ जयपुर में एक मौत भी सामने आई। जयपुर में चांदी की टकसाल के पास रहने वाले 67 साल के बुजुर्ग की हुई। वहीं इससे पहले देररात भी मौत के 4 मामले सामने आए थे। जिसमेंतीन महिलाएं और एकपुरुष शामिल थे। कुवैत से शव नहीं आ पाया तो पुराने कपड़ों से शव बनाकर अंतिम यात्रा निकाली, दाह संस्कार भी किया, ताकि राख तो नसीब हो कोरोना के कहर के बीच एक झकझोर देने वाला मामला बुधवार को डूंगरपुर के सीमलवाड़ा कस्बे में सामने आया। 15 साल से कुवैत में व्यवसाय कर रहे होटल व्यापारी 56 वर्षीय दिलीप कलाल की कुवैत में माैत हाे गई। दो दिन रिपोर्ट के इंतजार के बाद बुधवार को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इस पर उनका शव कुवैत में ही दफनाया गया। सीमलवाड़ा निवासी दिलीप पुत्र पद्मजी कलाल को तेज बुखार आने पर कुवैत के अमीरी अस्पताल में भर्ती कराया था। 15-20 दिन से उनका इलाज चल रहा था। इधर, मृत...

रथयात्रा पर सस्पेंस, लॉकडाउन बढ़ा तो टूट सकती है 280 साल की परंपरा या बिना भक्तों के निकलेगी रथयात्रा

लगभग 280 साल में ये पहला मौका होगाजब कोरोना वायरस के चलते रथयात्रा रोकी जा सकती है। ये भी संभव है कि रथयात्रा इस बार बिना भक्तों के निकले।हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। 3 मई को लॉकडाउन के दूसरे फेज की समाप्ति के बाद ही आगे की स्थिति को देखकर इस पर निर्णय लिया जाएगा। 23 जून को रथ यात्रा निकलनी है। अक्षय तृतीया यानी 26 अप्रैल से इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। मंदिर के भीतर ही अक्षय तृतीया और चंदन यात्रा की परंपराओं के बीच रथ निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर के अधिकारियों और पुरोहितों ने गोवर्धन मठ के शंकराचार्य जगतगुरु श्री निश्चलानंद सरस्वती के साथ भी रथयात्रा को लेकर बैठक की है, लेकिन इसमें अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है। नेशनल लॉकडाउन के चलते पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से पुरी मंदिर बंद है। सारी परंपराएं और विधियां चुनिंदा पूजापंडों के जरिए कराई जा रही है। गोवर्धन मठ (जगन्नाथ पुरी) के शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी निश्चलानंदजी सरस्वती ने मंदिर से जुड़े लोगों को सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार करते हुए रथयात्रा के लिए निर्णय लेने की सलाह दी है। मठ का मत ही इसमें सबस...

रविशंकर ने कहा- सब काम बिगड़े, तब भी हिम्मत नहीं हारने वाला, मुस्कुराने वाला ही सफल है

हार्ट टू हार्ट की चाैथी कड़ी में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर से कॉमेडियन कपिल शर्मा ने बात की। उन्हाेंने जीवन में सफलता से लेकर सकारात्मकता हासिल करने जैसे कई सवाल किए। उन्हाेंने श्री श्री से जाना कि माेह और प्रेम में क्या अंतर है। मुख्य अंश... सवाल: हम जीवन में सकारात्मकता चाहते हैं, लेकिन नकारात्मक चीजें ही क्याें आकर्षित करती हैं? नकारात्मकता से ऊपर उठना ही हमारे लिए चुनाैती है। बच्चाें में ऐसी बात नहीं हाेती। उनमें हमेशा सकारामकता अधिक हाेती है। बड़े हाेकर हम नकारात्मकता में दिलचस्पी लेने लगते हैं, लेकिन यह ज्यादा दिन नहीं टिकती। हमें उसे नजरअंदाज कर देते हैं। सवाल: किसी के पास बहुत है, कोई खाली हाथ? यह लेनदेन की दुनिया है। किसी के पास देने के लिए है, ताे किसी काे लेना भी पड़ेगा। जिस तरह फिल्म में सब तरह के भूमिकाएं हाेती हैं, उसी तरह यह दुनिया है। ईश्वर फिल्म के डायरेक्टर हैं। वे साम्यवादी नहीं है, जाे सबकाे एक सा बना दें। सवाल: क्या देर रात तक काम करना सही है? रात में काम करने से काेई परेशानी नहीं, लेकिन जब भी जागें, 10 मिनट चिंतन, मनन, ध्यान करें। मैं इसे मेंटल हाइज...